Kathak Dance Nritya Vishard Part 1 Syllabus In Hindi
कत्थक नृत्य
परीक्षा के अंक
पूर्णांक : १५०
शास्त्र- ५०
क्रियात्मक- १०
शास्त्र
(1).कत्थक नृत्य के विभिन्न घरानों का परिचय और उनका तुलनात्मक अध्ययन |
(2).कत्थक, मणिपुरी, कथाकली, भरत नाट्यम, उडीसी, कुचीपुडी आदि भारतीय नृत्यों के सम्बन्ध में ज्ञान
(3).उत्तर भारत के लोक नृत्यों का अध्ययन एवं उनकी विशेषताऐं।
(4).नृत्य में रस का महत्व |
(5).अभिनय का विस्तृत अध्ययन।
(6).अभिनय का नृत्य में अभिनय का स्थान एवं उनके विभिन्न प्रकारों के विषय में विस्तृत ज्ञान ।
(7).नायक एवं नायिका के विभिन्न प्रकारों का ज्ञान ।
(8).ताल की उत्पति एवं नृत्य में उसकी उपयोगिता ।
(9).निम्नलिखित नृत्यकारों की जीवनी और योगदान-
- श्री राम गोपाल ( कत्थक)
- प. चरणारिश्र चाँद
- तीरथ राम आजाद
- श्रीमति शोबना नारायण
(10).निबन्ध
- नृत्य एवं दूसरी भारतीय कलाए
- योग और नृत्य के बीच भेद ।
(11).कलश (घड़ा), भ्रमरी, पक्षी परण, प्रमिलू, निकास, एक पाद भ्रमरी चलनचारी, भाव, अनुभाव, स्तुति, मुद्रा, गीत, जाति, परण, वैले आदि की परिभाषा ।
(12).कत्थक नृत्य में रंग भूषा (Make up) और वेशभूषा `का ज्ञान ।
(13).पाठयक्रम में निर्धारित तालो में टुकड़ा ,तोडा, परण ,चकारदार परण आदि भातखंडे और विष्णु दिगम्बर पद्धति में लिखने का अभ्यास ।
(14).निम्नलिखित ग्रंथो का ज्ञान :-
- अमिनय दर्पण
- नाटयशास्त्र
- धनजंय का दशरूपक
क्रियात्मक
(1).त्रिताल में –
- कठिन ततकार और उनके विभिन्न
- स दो चक्करदार परण
- तिस्त्र जाति की परण
- दो प्रमिलू तोडा
- तीन कवित
- होली, माखन चोरी, कालीया दमन, घूघंट, निकास अथवा गत भाव के माध्यम से प्रदर्शन
(2).एकताल में-
- तत्कार और उसके प्रकार ।
- दो आमद ।
- दो परन ।
- दो चक्करदार परण ।
- छ: तोड़े ।
(3).आड़ाचारताल –
- विभिन्न लयकारियों में तत्कार,
- एक आमद,
- एक सलामी,
- दो परण ।
- छ: तोडे ।
(4).त्रिताल, एकताल, झपताल और धमार ताल में नृत्य का विशेष अभ्यास |
(5).त्रिताल, एकताल, झपताल और धमार तालों की ठाह, दुगुन, तिगुन और चौगुन लयकारी तबले पर बजाने का अभ्यास ।
(6).सूलताल, रूपक, सवारी ताल में तत्कार सहित प्रत्येक में दो तोड़ों का अभ्यास ।
(7).टुकडा, परण, चक्करदार परण आदि विभिन्न लयकारियों में हाथ पर ताली-खाली दिखलाकर बोलने का अभ्यास तथा नृत्य में प्रदर्शन की क्षमता।
(8).नृत्य में आड़ी कुवाडी लय का प्रदर्शन ।
(9).त्रिताल,झपताल, एकताल में हारमोनियम पर नगमा बजाने का अभ्यास ।
टिप्पणी- पूर्व वर्षों का पाठयक्रम संयुक्त रहेगा।