Tabla & Pakhawaj Prarambhik Final Syllabus
तबला और पखावज
परीक्षा के अंक
पूर्णाक : १००
शास्त्र -२५
क्रियात्मक – ७५
शास्त्र मौखिक
- परिभाषा – ठेका, बोल, एकगुन, दुगुन लय, चौगुन लय, लहरा, तिहाई, ताली, सम, खाली, मुखड़ा, मोहरा, टुकड़ा, कायदा, पलटा ।
- पाठ्यक्रम में निर्धारित ताल समूहों कों मात्रा और विभाग सहित लिखना ।
- पाठ्यक्रम में निर्धारित ताल समूहों के ठेकों को ताली खाली दिखाकर ठाह और दुगुन लय में बोलने का अभ्यास।
- अपने वाद्य यंत्र का संक्षिप्त ज्ञान ।
- तबला परखावज पर निकलने वाले संयुक्त एवं असंयुक्त वर्ण।
- कुछ तबला एवं पखावज वादकों के नामों की जानकारी।
क्रियात्मक
- एक से सोलह मात्रा तक हाथ पर ताली की सहायता से ठाह और दुगुन लय में बोलने का अभ्यास।
- निम्नलिखित तालों के ठेकों को ठाह और दुगुन लय में बजाने का अभ्यास- दादरा, कहरवा, त्रिताल और झपताल।
- त्रिताल में दो रेले और चार कायदे बजाने का अभ्यास ।
- त्रिताल, दादरा और कहरवा ताल में तीन प्रकार की तिहाई, सादा टुकड़ों का ज्ञान।
- पखावज हेतू चारताल में तीन परन एवं तिहाई ।
- ठाह एवं दुगुन को हस्त क्रियाओं के माध्यम से दर्शाना (मात्रा एव ताल के बोलों द्वारा)
- टिप्पणी:- पूर्व वर्ष का पाठ्यक्रम संयुक्त रहेगा।