कहरवा ताल में 8 मात्रा होती हैं और 2 विभाग होते हैं सब में 4 – 4 मात्रा होती हैं पहली मात्रा पर ताली लगती है और इस ताल को एकगुन दुगुन तिगुन और चौगुन में तबले व अन्य वाद्यों पर बजाया जाता है और यह ताल फिल्मी गीत ,लोकगीत , भजन में प्रयोग होती है ।
8 मात्रा में से पहली मात्रा को सम कहा जाता है और 5 वीं मात्रा को खाली कहा जाता है। कहरवा ताल को गिनने के लिए दर्शक या छात्र पहली मात्रा पर ताली बजाते हैं, फिर 5 वी मात्रा पर दायें हाथ से हाथ को हिला कर खाली रखते है .
Keherwa Taal
कहरवा ताल परिचय –
मात्रा – 8 मात्रा
विभाग – 2 विभाग
ताली – पहली मात्रा
खाली –5 वी मात्रा
ताल में पहली मात्रा सम कहलाती है इसे “x” से चिन्हित किया गया है
ताली – कहरवा तालमें ताली को ( x 2 3 ) पर मात्रा पर चिन्हित किया गया है
खाली – कहरवा तालमें खाली को “० ” से चिन्हित किया जाता है
Keherwa Taal Bol In Hindi
बोल – धा गे ना ती / न क धिं न
कहरवा ताल का ठेका –
ठाह या एक गुन में लिखने का तरीका –
एक गुन में लिखने का तरीका –
मात्रा | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | |
बोल | धा | गे | ना | ती | ना | क | धिं | न | |
चिन्ह | x | 0 |
दो गुन में लिखने का तरीका –
इस ताल को दुगुन में लिखने के लिए दो बोल को एक मात्रा पर लिखना होगा ।
जैसे –
मात्रा | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | |
बोल | धागे | नाती | नाक | धिंन | धागे | नाती | नाक | धिंन | |
चिन्ह | x | 0 |
तीगुन में लिखने का तरीका
इस ताल को तीगुन में लिखने के लिए तीन बोल को एक मात्रा पर लिखना होगा ।
जैसे –
मात्रा | 1 | 2 | 3 | 4 |
बोल | धागेना | तीनाक | धिंनधा | गेनाती |
चिन्ह | x |
5 | 6 | 7 | 8 |
नाकधिंन | धागे | नातीना | कधिंन |
0 |
चौगुन में लिखने का तरीका
इस ताल को चौगुन में लिखने के लिए चार बोल को एक मात्रा पर लिखना होगा ।
जैसे –
मात्रा | 1 | 2 | 3 | 4 |
बोल | धागेनाती | नाकधिंन | धागेनाती | नाकधिंन |
चिन्ह | x |
5 | 6 | 7 | 8 |
धागेनाती | नाकधिंन | धागेनाती | नाकधिंन |
0 |
कहरवा ताल को हाथ पर लगाने का तरीका –
ताल को हाथ पर दिखने में दोनों हाथो का प्रयोग होता है
पहला विभाग – दायें हाथ से बायें हाथ पर पहली मात्रा पर ताली देते हुए 4 बार गिनते और बोल बोलते हैं
दूसरा विभाग – दायें हाथ से 5 वी मात्रा खाली रखते हुए दांये हाथ से 4 बार गिनते और बोल बोलते हैं
कहरवा ताल प्रश्न उत्तर –
कहरवा ताल में कितने मात्रा होती हैं ?
कहरवा ताल में 8 मात्रा होती हैं
कहरवा ताल में कितने विभाग हैं ?
कहरवा ताल में 2 विभाग हैं हर विभाग में 4 -4 मात्रा होती हैं
कहरवा ताल के बोल क्या हैं ?
बोल – धा गे ना ती / न क धिं न
कहरवा ताल कहाँ प्रयोग होती हैं ?
यह ताल फिल्मी गीत ,लोकगीत , भजन में प्रयोग होती है ।
कहरवा ताल में ताली व खाली कहाँ होती हैं ?
ताली – इस ताल में पहली मात्रा पर ताली लगती है ।
खाली – इस ताल में 5 वी मात्रा खाली होती है ।
धा धिं धिं धा बोल के ताल का क्या नाम है ?
कहरवा ताल के बोल धा धिं धिं धा से शुरू होते हैं
कहरवा ताल का ठाह क्या है ?
धा गे ना ती / न क धिं न
कहरवा ताल को हाथ पर कैसे लगाते हैं ?
ताल को हाथ पर दिखने में दोनों हाथो का प्रयोग होता है
पहला विभाग – दायें हाथ से बायें हाथ पर पहली मात्रा पर ताली देते हुए 4 बार गिनते और बोल बोलते हैं
दूसरा विभाग – दायें हाथ से 5 वी मात्रा खाली रखते हुए दांये हाथ से 4 बार गिनते और बोल बोलते हैं
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