ताण्डव नृत्य की परिभाषा Definition Of Tandav Dance In Hindi

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Definition Of Tandav Dance In Hindi

ताण्डव की परिभाषा

(1).ताण्डव या ताण्डव नाट्य भगवान शंकर द्वारा किया जाने वाला अलौकिक नृत्य है। नटराज रूप में शिव को ताण्डव नृत्य करते हुए निरूपित किया जाता है।

(2).ताण्डव, एक ‘घास’ य तृण का नाम भी है। ताण्डव, शिव का एक नाम भी है।

वर्णन

(1).पुरुषों के नृत्य को ताण्डव और स्त्रियों के नृत्य को ‘लास्य’ कहते हैं । ताण्डव नृत्य शिव को अत्यन्त प्रिय है।

(2).ताण्डव नामक भारतीय नृत्य-नाट्य उग्र और तीव्र गति वाला नृत्य है। जब यह नृत्य आनन्द के साथ किया जाता है, तब इसे ‘अनन्द ताण्डव’ कहते हैं।

(3).मान्यता है कि रावण के भवन में पूजन के समाप्त होने पर शिव जी ने, महिषासुर को मारने के बाद दुर्गा माता ने, गजमुख की पराजय के बाद गणेश जी ने, ब्रह्मा के पंचम मस्तक के च्छेदन के बाद आदिभैरव ने एवं रावण के वध के समय श्रीरामचंद्र जी ने तांडव किया था।

(4).भारतीय ग्रन्थों में पाये जाने वले विभिन्न ताण्डव ये हैं-

  • आनन्द ताण्डव
  • त्रिपुर ताण्डव
  • सन्ध्या ताण्डव
  • संहार ताण्डव
  • कलि ताण्डव या कलिका ताण्डव
  • उमा ताण्डव
  • शिव ताण्डव
  • कृष्ण ताण्डव
  • गौरी ताण्डव।

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