Tarana in Music in Hindi तराना किसे कहते हैं is described in this post . Learn indian classical music theory in hindi .
Tarana in Music in Hindi
तराना –
गीत के इस प्रकार में नोम- तोम,तनन, ना दिर दिर, दानी, तदानी आदि वर्ण होते है।
तराना सभी रागों में और लगभग सभी तालों में गाया जाता है। इसकी गति धीरे धीरे बढाई जाती है और उच्चतम स्थान पर पहुचकर इसे समाप्त करते है।
तराने का मुख्य उद्देश्य तैयारी,लयकारी और उच्चारण अभ्यास है। बहुधा गायक छोटे ख्याल के बाद तराना गाते हैं।
कुछ तराने विलम्बित लय में भी पाये जाते है। कुछ में कहीं कहीं तबला और पखावज के बोल तथा कुछ में फारसी के शब्द भी देखे गए हैं।
तराना के आविष्कारक के विषय में कोई प्रमाण प्राप्त नहीं होता है। एक किवदंती के अनुसार कहा जाता है कि मियां तानसेन ने अपनी लड़की के नाम के आधार पर इस शैली की रचना की थी।
कुछ विद्वानो का यह कहना है कि तराना गत शैली की नकल हैं। नींचे बहार राग में एक तराना देखिये जो तीन ताल में निंबद्ध हैं।
स्थाई- ओदे तन द्रे तन दिर ना, रे दीं ता नि दीं तनन देरे, ना दीं दीं तन तन ता निं, दी निं तननन नननन नननन नननन,द्रेन्ना द्रेन्ना द्रेद्रे तननन द्रेन्ना द्रेन्ना तदानि तन तन तुंद्रे तदारे,दानि तदानि दानि ओदे।
अन्तरा- यललि यललि यल लों यल लों यलि, यला यला ला ला ल्ले यललल, या ल्ले ना दिर दिर ना तूँ दिर दिर ना तों, तनतदेरे ना ना द्रे द्रे ना ना द्रे द्रे तुं द्रे, द्रे तुं द्रे द्रे धि लां तुं द्रे द्रे दानि ओ दा दा, नित दानि दानि।
Chaturanga In Music
चतुरंग-
स्वयं नाम से स्पष्ट है कि इसमें 4 वस्तुओं का मिश्रण है। इसमें ख्याल के शब्द, तराना,पखावज अथवा तबले के बोल तथा सरगम मिले हुए रहते है। यह ख्याल के समान ही गाया जाता है।
Trivat in Music
त्रिवट-
गीत के जिस प्रकार में तीन चीजों – गीत के शब्द ,तबले अथवा पखावज के बोल तथा सरगम का मिश्रण होता है, वह त्रिवट कहलाता है।
संगीत में तराना क्या है ?
गीत के इस प्रकार में नोम- तोम,तनन, ना दिर दिर, दानी, तदानी आदि वर्ण होते है।
तराना सभी रागों में और लगभग सभी तालों में गाया जाता है। इसकी गति धीरे धीरे बढाई जाती है और उच्चतम स्थान पर पहुचकर इसे समाप्त करते है।
तराने का मुख्य उद्देश्य तैयारी,लयकारी और उच्चारण अभ्यास है। बहुधा गायक छोटे ख्याल के बाद तराना गाते हैं।
संगीत में चतुरंग किसे कहते हैं ?
स्वयं नाम से स्पष्ट है कि इसमें 4 वस्तुओं का मिश्रण है। इसमें ख्याल के शब्द, तराना,पखावज अथवा तबले के बोल तथा सरगम मिले हुए रहते है। यह ख्याल के समान ही गाया जाता है।
संगीत में त्रिवत किसे कहते हैं
गीत के जिस प्रकार में तीन चीजों – गीत के शब्द ,तबले अथवा पखावज के बोल तथा सरगम का मिश्रण होता है, वह त्रिवट कहलाता है।
Tarana in Music in hindi
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