Kamlesh Kant Nathani Biography In Hindi
मैं और मेरा संगीत –
श्री कमलेश कान्त नैथानी जी का जन्म उत्तखंड प्रदेश के एक शहर कोटद्वार के जशोद्धर पुर नामक ग्राम में 1967 ई. को हुवा l
बचपन से ही इन्हें संगीत में विशेष लगाव था l पुराने फ़िल्मी गीत और रामलीला में संगीत से सजी हुई रचनाओं से संगीत के प्रति आकषर्ण बढ़ता ही गया l कोटद्वार उस वक्त छोटा शहर था अतः संगीत शिक्षा प्राप्त करने के लिए l पहले देहरादून में गान्धर्व संगीत महाविद्यालय में गुरु जे. एल. मल्होत्रा जी से संगीत शिक्षा प्रारम्भ की तत्पश्चात गाज़ियाबाद के गान्धर्व संगीत महाविद्यालय में संगीत ऋषि डॉ विमला गुप्ता जी से शास्त्रीय संगीत की शिक्षा प्राप्त की l तथा श्री राम भारतीय कला केंद्र नई दिल्ली, से प्रसिद्ध कलाकार पद्मश्री श्रीमती शांति हीरानन्द जी से उपशास्त्रीय संगीत की शिक्षा प्राप्त की तथा समय -समय पर अनेक संगीत उसतादों, संगीत आचार्यों से भी जो ज्ञान मिला उसे भी अपने संगीत जीवन में उतरने की कोशिश की l
एक कलाकार को हमेशा अपने ज्ञान को सतत अभ्यास और मनन से बढ़ाते रहना चाहिए l
अपने को हमेशा एक शिष्य ही समझना चाहिए l संगीत एक अथा सागर है l कई जन्मों और पुण्यों से एक कलाकार हर जन्म में कुछ न कुछ ज्ञान प्राप्त करता है l इसी प्रकार यात्रा चलती रहती है l
शिक्षा –
- जे. एल. मल्होत्रा जी – गान्धर्व संगीत महाविद्यालय (देहरादून)
- एम.ए. संगीत (गायन), संगीत विशारद – गंधर्व संगीत महाविद्यालय (रजि.) गाजियाबाद
- संगीतकार, गढ़वाली लोक गीत , भजन, गजल गायक और शास्त्रीय प्रदर्शन कलाकार।
संगीत गुरु –
- स्व. डॉ. विमला गुप्ता जी (निर्देशक-गंधर्व संगीत महाविद्यालय गज़ब.) (शास्त्रीय संगीत-गायन)
- पद्म श्री शांति हेरानंद जी (हल्का शास्त्रीय संगीत-गायन)
कार्य –
- पंडित कमलेश कान्त नैथानी जी ने देश में अनेक प्रतिष्ठित संगीत मंचों, दूरदर्शन पर अपनी प्रस्तुतियां दी हैं l
- टिप्स केसेट कंपनी मुबई, रामा केसेट से भी गीत रिकॉर्ड किये l तथा कर्नल कपूर की टैली फिल्म “अब तो जागो” में गीत संगीत और पार्श्व गायन भी किया l
- सुपर कसेट कंपनी में फिल्म “जय धारी देवी की” में पार्श्व गायन किया l
- “सहज भजन “ की एक एल्बम भी संपूर्ण गायन, संगीत के साथ प्रस्तुत की l
- संगीत यात्रा लगातार चलती रहती है वर्तमान मैं भी अनेक संगीत चैनलों के लिए भजन रिकॉर्ड किये हैं l
पंडित कमलेश कान्त नैथानी जी ग़ाज़ियाबाद शहर में सन 1997 से दिल्ली पब्लिक स्कूल गाजियाबाद में एक संगीत शिक्षक के रूप में भी में अपना ज्ञान संगीत के विद्यार्थियों को दे रहें हैं l
एक संगीत संयोजक, मार्गदर्शक, गायक के रूप में अपना श्रेष्ठ देने का प्रयत्न कर रहे हैं और प्रयत्न करते रहेंगे l