Defination of Murki, kampan , meend , gamak in Indian classical music in hindi is described in this post of Saraswati sangeet sadhana .
Defination of Murki / मुर्की की परिभाषा –
यह भी एक प्रकार कण है । इसमें तीन स्वरो के द्रुत प्रयोग द्वारा अर्धव्रती बनाते हैं ,जैसे –रेनिसा अथवा धमप आदि । इसे लिखने के लिए मूल स्वर की बाई ओर ऊपर दो स्वर
कण लगाया जाता है धमप ।
Defination of Kampan / कम्पन की परिभाषा–
सितार अथवा तानपुरा के खिचे हुए तार को स्पर्श करने से ध्वनि उत्पन्न होती है अर्थात तार अपने निश्चित स्थान से ऊपर –नीचे जाता है । थोड़ी देर के बाद अपने स्थान पर पहले के समान स्थिर हो जाता है और ध्वनि समाप्त हो जाती है । तार के ऊपर –नीचे जाने की क्रिया को कंपन कहते हैं । संगीत में कंपन को आंदोलन कहते हैं । किसी स्वर को एक स्थान पर हिलाने को भी कंपन कहते हैं ।
Defination of Meend / मींड़ की परिभाषा–
किन्हीं भी दो प्रथक स्वरों को इस प्रकार गाने को मींड़ कहते हैं कि दोनों अटूट सुनाई पड़े । इसमें बीच के स्वरों का स्पर्श होता है किन्तु वे प्रथक नहीं सुनाई पड़ते । उधारणार्थ ग से सा तक इस प्रकार उच्चारण किया जाए कि दोनों स्वर अटूट मालूम पड़े तथा रे का स्पर्श इस प्रकार हो कि वह प्रथक सुनाई न दे । मींड़ दिखाने के लिए स्वरों के ऊपर उल्टा अर्धचंद्रकार बनाते है ,जैसे –सा म अथवा ग सा मींड़ से गायन –वादन से मधुरता आती है ।
Defination of Gamak / गमक की परिभाषा–
अब स्वरों को गंभीरतापूर्वक उच्चारण करने को गमक कहते हैं । गायन में गमक उत्पन्न करने से नाभी पर ज़ोर पड़ता है । ध्रुपद –धमार में गमक का खूब प्रयोग होता है । आधुनिक समय में ख्याल गायन का अधिक प्रचार होने के कारण गमक का प्रयोग बहुत कम हो गया है ।संस्कृत ग्रंथो में गमक के 15 प्रकार बताए गए हैं – (1) कंपित (2) आंदोलित (3) आहत (4) प्लावित (5) उल्लासित (6)स्फुरित (7) त्रिभिन्न (8
) बली (9) हुफिट (10)लीन (11) तिरिप (12) मुद्रित (13)कुरुला (14) नामित (15) मिश्रित ।
Click here for Defination of all terms in Indian classical music..
Defination of Murki kampan meend gamak in hindi is described in this post of saraswati sangeet sadhana.
Click here For english information of this post ..
Some posts you may like this…