Pandit Kanthe Maharaj Biography

पं० कण्ठे महाराज जीवन परिचय Pandit Kanthe Maharaj Biography In Hindi 1880-1996

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कांठे महाराज भारत के प्रसिद्ध तबला वादकों में से एक थे। वह विख्यात तबला वादक किशन महाराज के चाचा थे।

कांठे महाराज का सम्बंध भारत के संगीत घरानों में से एक बनारस घराने से था।

Pandit Kanthe Maharaj Biography In Hindi

जन्म विवरण –

जगह – कबीर चौराहा मोहल्ले, वाराणसी

जन्म की तारीख – 1880

राष्ट्रीयता – भारतीय



भौतिक उपस्थिति –

आँखों का रंग – काला

बालों का रंग – काला

परिवार

पिता – पंडित दिलीप मिश्र

शिक्षा – बनारस घराने के प्रसिद्ध तबला वादक पं० कण्ठे महाराज पं० राम सहाय की वंश परम्परा में पं० बलदेव सहाय के योग्य शिष्य थे।बलदेव सहाय आपके निकट सम्बन्धी थे। उनसे आपने सात-आठ वर्ष की उम्र से तबला सीखना शुरू किया और लगभग तेईस वर्षों तक शिक्षा लेते रहे।

अध्यापक –  पं० बलदेव सहाय

प्रारंभिक जीवन –

  • कांठे महाराज का जन्म सन 1880 में में हुआ था पिता पंडित दिलीप मिश्र भी जाने-माने तबला वादक थे।
  • इन्हें सभी शैलियों में तबला वादन पर महारत प्राप्त थी, किंतु इनकी विशेषता बनारस बाज में थी।
  • बनारस घराने के प्रसिद्ध तबला वादक पं० कण्ठे महाराज पं० राम सहाय की वंश परम्परा में पं० बलदेव सहाय के योग्य शिष्य थे।

आजीविका –

  • उनसे आपने सात-आठ वर्ष की उम्र से तबला सीखना शुरू किया और लगभग तेईस वर्षों तक शिक्षा लेते रहे।
  • करीब तीन वर्षों तक सीख ही पाये थे कि पं० बलदेव सहाय को नेपाल जाना पड़ा। वे वहाँ नेपाल दरबार में नियुक्त हो गये ।
  • बालक कन्ठे जी को गुरू के वियोग में बड़ा कष्ट पहुँचा । वे किसी प्रकार नेपाल जाने के लिये लालायित थे।
  • सौभाग्यवश उनके मोहल्ले के एक व्यक्ति नेपाल जा रहे थे। आप उन्हीं के साथ चल पड़े और किसी प्रकार पाँच दिनों में नेपाल जा पहुँचे।
  • अपने पूज्य गुरू से मिलकर आपकी प्रसन्नता का ठिकाना नही रहा।
  • उनके साथ चार वर्षों तक नेपाल में रहकर आपने कठिन साधना की और विद्या प्राप्त की।
  • पं० बलदेव सहाय ने भी बड़े स्नेह के साथ आपको सिखाया और अथाह विद्या दी।
  • कन्ठे महाराज नित्य काफी समय तक तबले का अभ्यास करते थे । यहाँ तक कि आपके दाहिने हाथ की तर्जनी फट जाती थी, किन्तु अभ्यास में कमी नही करते थे।
  • इसी कारण आप संगीत-सम्मेलनों में कई घन्टों तक लगातार सोलो वादन प्रस्तुत किया करते थे।
  • आप गत, परन, छन्द, तिहाई आदि के निर्वाह में बड़े प्रवीण थे। आपने अपनी युवावस्था में बड़ा नाम कमाया।

पुरस्कार –

  • 1961 – संगीत नाटक अकादमी

अन्य सूचना –

  • मौत की तिथि – 1 अगस्त, 1969

पं० कण्ठे महाराज का जन्म कहाँ और कब हुआ था ?

पं० कण्ठे महाराज का जन्म जगह 1880 में कबीर चौराहा मोहल्ले, वाराणसी राज्य में हुआ था .

पं० कण्ठे महाराज के पिता का नाम क्या था ?

पं० कण्ठे महाराज के पिता का नाम पंडित दिलीप मिश्र था .

पं० कण्ठे महाराज ने संगीत की शिक्षा किससे ली थी ?

पं० कण्ठे महाराज ने संगीत की शिक्षा पं० बलदेव सहाय से ली थी

पं० कण्ठे महाराज को कौन कौन से पुरस्कार मिले थे ?

पं० कण्ठे महाराज को संगीत नाटक अकादमी से सम्मानित किया गया था .

पं० कण्ठे महाराज की म्रत्यु कब हुई थी ?

पं० कण्ठे महाराज की म्रत्यु 1 अगस्त, 1969 में हुई थी

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