Hindustani Music Vocal Syllabus for Class XII 12th Haryana Board 2023-24
पाठ्यक्रम संरचना (2023-24 )
कक्षा-12वीं विषय: हिंदुस्तानी संगीत गायन कोड:638
क्रम संख्या | अध्याय | अंक |
1 | संगीत संबंधी परिभाषाएं | 06 |
2 | गायन शैलियां | 03 |
3 | थाट, राग, गायक तथा वाग्गेयकार | 03 |
4 | रागों का समय सिद्धांत | 03 |
5 | तालों का अध्ययन | 03 |
6 | रागों का अध्ययन | 12 |
7 | संगीतज्ञों के जीवन परिचय | |
8 | संगीत का इतिहास व भविष्य में संभावनाएं | |
कुल | 30 | |
क्रियात्मक परीक्षा | 50 | |
आंतरिक मूल्यांकन | 20 | |
कुल योग | 100 |
अध्याय 1: संगीत संबंधी परिभाषाएं
1. वर्ण
- वर्ण की परिभाषा
- वर्ण के प्रकार व उनका अध्ययन
- वर्णों की पहचान
- वर्णों के द्वारा अलंकारों का निर्माण
- वर्णों का संगीत में महत्व
2. ग्राम
- ग्राम का शाब्दिक अर्थ तथा परिभाषा
- ग्राम के प्रकार
- ग्राम का महत्व
3. मूर्च्छना
- मूर्च्छना का शाब्दिक अर्थ तथा परिभाषा
- मूर्च्छना के प्रकार
- ग्राम के द्वारा मूर्च्छना की उत्पत्ति तथा उनके नाम
4. गमक
- गमक, गमक की परिभाषा व प्रकार
5. मड, मुर्की, कण, तथा खटका की परिभाषा
6. आलाप
7. तान, तान की परिभाषा तथा प्रकार
8. सम, ताली, खाली, आवर्तन, विभाग
9. स्वर लिपि की परिभाषा
- स्वरलिपिपद्धतियां, उनके अविष्कारक तथा भारतीय संगीत में स्वरलिपि का महत्व
अध्याय 2: गायन शैलियां
ध्रुपद गायन शैली
- ध्रुपद का शाब्दिक अर्थ परिभाषा उद्भव व्याख्या
- ध्रुपद की वाणियांया तथा उनके संस्थापक
तरानागायन शैली
- तराना का शाब्दिक अर्थ परिभाषा व्याख्या व विशेषताएं
- लक्षण गीत की परिभाषा, भाग, विशेषताएं
अध्याय 3: थाट, राग, गायक तथा वाग्गेयकार
- थाट की परिभाषा, प्रकार, उनके नाम 10 थाटो के स्वर, थाट के नियम
- राग की परिभाषा व नियम
- राग और थाट में अंतर
- गायकों के गुणों तथा अवगुणों का वर्ण
- वाग्गेयकार की परिभाषा तथा विशेषताएं
अध्याय 4: रागों का समय सिद्धांत
- पूर्व राग व उत्तर राग नियम
- संधी प्रकाश राग तथा उसके बाद गाए जाने वाले रागों का नियम
- अध्वदर्शक स्वर का नियम
- समय सिंद्धात की सार्थकता
अध्याय 5: तालों का अध्ययन
- ताल झपताल
- ताल चौताल
- ताल धमार
- ताल एक ताल
- उपरोक्त सभी तालों के शास्त्रीय परिचय
- तालों की 1 गुण तथा 2 गुण
- ताल को हाथ पर बजाने की क्षमता का विकास
- दिए गए बोल समूह में से ताल पहचानना ।
अध्याय 6: रागों का अध्ययन
- राग देश
- राग बिहाग
- रागभूपाली
- उपरोक्त प्रत्येक राग का संपूर्ण शास्त्रीय परिचय
- उपरोक्त रागोंमें अलंकारों का निर्माण तथा उनका नियमित अभ्यास
- उपरोक्त रागों के आरोह अवरोह पकड़ दो अलाप तथा दो ताने
- उपरोक्त रागों की छोटे ख्याल की बंदिश तथा स्वर लिपियां
- अपने पाठ्यक्रम के रागों में से दिए गए स्वर समूहों में से राग पहचानने की क्षमता
- किसी एक राग में एक ध्रुपद अथवा एक विलबिंत ख्याल
अध्याय 7: संगीतज्ञों के जीवन परिचय
- पंडितशारंगदेव का जीवन परिचय
- पंडित ओमकारनाथ ठाकुर का जीवन परिचय
- पंडित जसराज का जीवन परिचय
- बड़े गुलाम अली खान का जीवन परिचय
- भारतीय संगीत क्षेत्र में स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी का योगदान
अध्याय 8: संगीत का इतिहास व भविष्य में संभावनाएं
- मध्यकाल से आधुनिक काल तक संगीत का इतिहास, संगीत परिजात सदर्भ में
- भविष्य में संगीत के क्षेत्र में संभावनाएं
- मध्यकाल भारतीय संगीत का स्वर्णयुग
प्रैक्टिकल
1. पाठ्यक्रम के सभी रागों का शास्त्रीय परिचय का ज्ञान
2. उनका नियमित अभ्यास, आरोह अवरोह पकड़ आलाप तथा तान सहित
3. प्रत्येक राग में कम से कम एक द्रुत ख्याल
4. पाठ्यक्रम के किसी एक राग में विलंबित ख्याल अथवा ध्रुपद
5.धीमी गति में राग मे आलाप गाने पर विद्यार्थी को उस राग की पहचान हो
6. ताल झप ताल चार ताल एक ताल वधमार की दुगुन लयकारी तक विद्यार्थी हाथ पर बजाने में सक्षम हो
7. एक लोकगीत
8. वंदे मातरम हारमोनियम पर
प्रश्न प्रारूप
प्रश्न के प्रकार | अंक | संख्या | विवरण | कुल अंक |
वस्तुनिष्ठ प्रश्न | ½ | 12 | 04 बहुविकल्पीय प्रश्न। 02 रिक्त स्थान भरें प्रश्न. 02 अभिकथन कारण प्रश्न 02 मिलान प्रश्न 02 सही कथन के प्रश्न | 06 |
अति लघुउत्तरात्मक प्रश्न | ½ | 08 | 08 एक शब्द में उत्तर प्रकार प्रश्न | 04 |
लघुउत्तरात्मक प्रश्न | 02 | 05 | किन्ही चार प्रश्न का उत्तर दे | 08 |
दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न | 2½ + 2½ | 02 | किन्ही दो प्रश्न का उत्तर दे प्रत्येक प्रश्न में आंतरिक विकल्प दी जाएगी। | 12 |
कुल | 28 | 30 |