यमन राग विवरण – इस राग की रचना कल्याण थाट से मानी गयी है । इसमे तीव्र मध्यम और अन्न्य स्वर शुद्ध प्रयोग किए जाते हैं ।ग वादी और नि संवादी माना जाता है इसलिए इसकी जाती सम्पूर्ण – सम्पूर्ण है । आरोह :- .नि रे ग म(t) प ध नि सां I
Yaman Raag यमन राग
Yaman Raag Parichay
आरोह :- .नि रे ग म(t) ध नि सां I
or
आरोह :- सा रे ग म(t) प ध नि सां I
अवरोह:- सां नि ध प म(t) ग रे सा I
पकड :- .नि रे ग रे .नि रे सा ,प म(t) ग रे नि रे सा
ठाट :- कल्याण ठाट
जाति :- सम्पूर्ण – सम्पूर्ण (7,7)
वादी – संवादी स्वर :- ग – नि
Yaman Raag Time
गायन समय :- रात्रि का प्रथम प्रहर
- मुसलमानों ने इसे यमन अथवा इमन कहना शुरू किया , किन्तु इसका प्राचीन नाम कल्याण है ।
इस राग के दो नाम है । यमन अथवा कल्याण ।
- इस राग में नि रे और प , रे स्वर – समूह बार –बार प्रयोग किए जाते हैं।
- कल्याण राग को आश्रय राग भी कहा गया है । इसका कारण यह की जिस थाट से इसका जन्म माना गया है उस भी कल्याण कहा गया है ।
- कल्याण की प्रकर्ति गंभीर है । इसमें बारा और छोटा ख्याल ,तराना , ध्रुपद , तथा मसीटखनी और रजाखानी गतें सभी सभी सामान्य रूप से गाई – बजाई जाती हैं ।
- न्यास के स्वर – सा , रे , ग , प और नि
- मिलते -जुलते राग – यमन कल्याण
यमन राग बन्दिश –
स्थायी
मोहन मुरली अधर बजावे
रह रह व्यथित हृदय हुलसवे
अंतरा
घड़ी घड़ी पल पल मधु बरसावे
मोहनी मुरती छवि अति सुहावे
Yaman Raag Notation
Swarmalika of Yaman raag
स्थायी
मो – ह न / मु र ली – / अ ध र ब / जा – वे –
सां – ध नि / प म(t) ग म(t) / प म(t) ग रे /.नि रे सा –
र ह र ह / व्य थि त हृ / द य हु ल / सा – वे –
.नि .नि रे रे / ग ग म(t) म(t)ध /प म(t) ग रे / .नि रे सा –
अंतरा
घ ड़ी घ ड़ी / प ल प ल / म धु ब र / सा – वे –
ग ग ग ग / म(t) म(t) ध म(t)ध / सां सां सां सां / नि रें सां –
मो ह नी मु / र ती छ वि / अ ति – सु / हा – वे –
नि रें सां नि / प म(t) ग म(t) / प म(t) ग रे / .नि रे सा –
Yaman Raag Alap Taan
16 Matras Alap
मोहन मुरली अधर बजावे
.नि रे ग म(t) / प ध नि सां / सां नि ध प/ म(t) ग रे सा – /
.नि रे सा – /.नि रे सा – /.नि रे ग रे / .नि रे सा – /
.नि रे ग रे / .नि रे सा – / प म(t) ग रे / .नि रे सा – /
.नि रे ग म(t) / प ध नि सां / सां – – – / नि रें सां – /
घड़ी घड़ी पल पल मधु बरसावे
सां – – – / नि रें सां – / नि रें गं रें / नि रें सां –
16 Matras Taan
मोहन मुरली अधर बजावे
.निरे गम(t) पध निसां / सांनि धप मग रेसा / निरे गम(t) पध निसां / निनि धप मग रेसा
मोहन मुरली अधर बजावे
.निरे गग रेग मम(t) / गम(t) पप म(t)प धध / पध निनि धनि सांसां / सांनि धप म(t)ग रेसा
मोहन मुरली अधर बजावे
.निरे गरे .निरे सा- / पम(t) गरे .निरे स- / निरे गम(t) पध निसां / सांनि धप मग रेसा
मोहन मुरली अधर बजावे
.निरे गरे .निरे गरे / .निरे गरे .निरे सा-/ पम(t)गम(t)पध पम(t) / गम(t)पम(t)गरे सा-
Another Yaman Raag Bandish
Ari Eri Aali Piya Bin Lyrics
यमन राग बन्दिश-
स्थायी –
अरी एरी आली पिया बिन
एरी आली पिया बिन
सखी कलना परत मोहे घड़ी पल झिन गिन
अंतरा –
जब से पिया परदेश गमन किनों
रतियाँ कटत मोरी तारें गिन गिन
Ari Eri Aali Piya Bin Notation
स्थायी
– – अ री
– – प प
ए – री – / आ – ली – / पि या बि न / – – अ री
नि – – / – सा – / ग रे ग ग / – – प प
ए – री – / आ – ली – / पि या बि न / – – स खी
नि – – / – सा – / ग रे ग ग / – – प प
क ल ना प / र त मो हे / घ ड़ी प ल / झि न गि न
म॑ग म॑ ग प / पनि धनि प प / सां सांनि प / ग रे सा सा
अंतरा
ज ब से पि / या – प र / दे श ग म॑ / न कि नों –
प प सां सां / सां – सांनि रेंसां / नि – नि ध / नि ध प प
र ति याँ क / ट त मो री / ता – – रें / गि न गि न
प गं रें सां / नि ध प प / ध नि ध प / ग रे सा सा
Ari Eri Aali Piya Bin Alap Taan
16 Matras Allap
अरी एरी आली पिया बिन
नि़ रे ग रे / नि़ रे सा – / प म॑ ग रे नि़ रे सा –
अरी एरी आली पिया बिन
नि़ रे ग म॑ / प – – – / प म॑ ग रे नि़ रे सा –
अरी एरी आली पिया बिन
नि़ ध़ नि़ रे / ग – – – / नि़ ध़ नि़ रे / सा – – –
अरी एरी आली पिया बिन
नि़ रे ग – / रे ग – रे / ग म॑ – ग / रे – सा –
अरी एरी आली पिया बिन
ग म॑ ध नि़ / ध – प – / प म॑ – ग / रे – सा –
अरी एरी आली पिया बिन
ग म॑ ध नि़ / सां – – – / सां नि़ ध प म॑ ग रे सा
जब से पिया परदेश गमन किनों
सां – – – / नि़ रें सां – / सां नि ध प / म ग रे सा
जब से पिया परदेश गमन किनों
सां – – – / नि़ रें सां – / नि़ रें गं रें / नि़ रें सां –
जब से पिया परदेश गमन किनों
रतियाँ कटत मोरी तारें गिन गिन
8 Matras Taan
एरी आली
नि़रे गम॑ पध नि़सां / सांनि़ धप म॑ग रेसा
एरी आली
गम॑ पम॑ गम॑ पम॑ / गम॑ पम॑ गरे सा–
एरी आली
गम॑ पम॑ गम॑ पध / सांनि़ धप म॑ग रेसा
एरी आली
सांनि़ धसां नि़ध सांनि़ / सांनि़ धप म॑ग रेसा
एरी आली
सांनि़ धप धनि़ सां- / सांनि़ धप म॑ग रेसा
एरी आली
नि़रे गरे गरे गरे / नि़रे गरे गरे सा–
एरी आली
नि़रे गरे पम॑ गरे / पम॑ गरे नि़रे सा–
एरी आली
पम॑ गम॑ पध पम॑ / गम॑ पम॑ गरे सा-
16 Matras Taan
अरी एरी आली पिया बिन
नि़रे गम॑ पध नि़सां / सांनि़ धप म॑ग रेसा / नि़रे गम॑ पध नि़सां / नि़नि़ धप म॑ग रेसा
एरी आली पिया बिन
नि़ रे गग रेग म॑म॑ / गम॑ पप म॑प धध / पध नि़नि़ धनि़ सांसां / सांनि़ धप म॑ग रेसा
एरी आली पिया बिन
नि़रे गरे नि़रे सा- / पम॑ गरे नि़ रे स- / नि़रे गम॑ पध नि़सां / सांनि़ धप म॑ग रेसा
एरी आली पिया बिन
गम॑ पम॑ गम॑ पम॑ / गम॑ पम॑ गरे सा- / नि़रे गरे नि़रे सा– / पम॑ गरे नि़रे सा-
एरी आली पिया बिन
नि़रे गरे नि़रे गरे / नि़रे गरे नि़रे स-/ पम॑ गम॑ पध पम॑ / गम॑ पम॑ गरे सा-
एरी आली पिया बिन
गम॑ पम॑ गम॑ पध / पम॑ गम॑ पध नि़ध पम॑ गम॑ पध नि़रे सांनि़ धप म॑गरे सा
Raag parichay of all raags in Indian Classical music..
Mohan murli adhar bajave bandish of yaman raag with allap taan in hindi is described in this post of saraswati sangeet sadhana.
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