Vrindavani Sarang Raag Description notes Allap Taan in Indian classical music in hindi is described in this post . Learn indian classical music in simple steps.
Vrindavani Sarang
Vrindavani Sarang Raag Parichay
आरोह :- .नि सा रे म प नि सां ।
अवरोह:- सां नि प म रे .नि सा ।
पकड :- .नि सा रे म रे , प म रे .नि सा ।
थाट :- काफी थाट
जाति :- औडव – औडव (5,5 )
वर्जित स्वर – ग , ध
गायन समय – मध्यान काल
वादी – संवादी स्वर :- रे – प
वृंदावनी सारंग राग
वृंदावनी सारंग विशेषता-
- सारंग के कई प्रकार हैं ,जैसे शुद्ध सारंग ,मियां की सारंग ,मध्यमादी सारंग आदि ।
- इसकी रचना उत्तर प्रदेश के एक लोक – गीत के आधार पर हुई है ।
- इसमें बड़ा ख्याल ,छोटा ख्याल तथा तराना गाया जाता है । इसमें ठुमरी नहीं गाई जाती ।
न्यास के स्वर – सा ,रे और प
मिलते जुलते राग – सूर मल्हार
Vrindavani Sarang Bandish / बंदिश
स्थायी
वन वन ढूंडन जाऊँ
कितहु छिप गये कृष्ण मुरारी ।
अंतरा
शीश मुकुट और कानन कुंडल
वंशी धर मन रंग फिरत गिरि धारी

तीन ताल
एक गुन में लिखने का तरीका –
मात्रा | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 |
बोल | धा | धिं | धिं | धा | धा | धिं | धिं | धा | धा | तिं | तिं | ता | ता | धिं | धिं | धा |
चिन्ह | x | 2 | 0 | 3 |
Notation / Swar Malika
Sthai
9 10 11 12 / 13 14 15 16 / 1 2 3 4 / 5 6 7 8
व न व न / ढूं – ड न / जा – – – / ऊँ – – –
सां सां नि सां / नि – पनि प / म रे म – / प – – –
9 10 11 12 / 13 14 15 16 / 1 2 3 4 / 5 6 7 8
कि त हु – / छि प ग ये / कृ – ष्ण मु / रा – री – ।
म प सां – / नि प म रे / रे म प निप / म रे सा –
Antara
9 10 11 12 / 13 14 15 16 / 1 2 3 4 / 5 6 7 8
व न व न / ढूं – ड न / शी – श मु / कु ट औ र
सां सां नि सां / नि – पनि प / म – प प / नि प नि नि
9 10 11 12 / 13 14 15 16 / 1 2 3 4 / 5 6 7 8
का – न न / कुं – ड ल / वं – शी – / ध र म न
सां – सां सां / रें नि सां – / नि सां रें – / रें माँ रें सांसां
9 10 11 12 / 13 14 15 16 / 1 2 3 4 / 5 6 7 8
रं – ग फि / र त गि रि / धा – – – / – – री –
नि सां रें सां / नि सां नि प / मप निसां रेंमाँ रेंसां / निसां रेंसां नि प
Vrindavani Sarang Allap Taan
16 Matras Allap
वन वन ढूंडन जाऊँ
.नि सा रे म / रे सा .नि सा / रे म प – / रे म रे सा
वन वन ढूंडन जाऊँ
रे म प – / म प नि प / सां नि प म / रे म रे सा
वन वन ढूंडन जाऊँ
.नि सा रे म / प नि सां – / सां – – – / रें नि सां –
शीश मुकुट और कानन कुंडल
सां – – – / सां नि प – / रे म रे सा / .निसा रेम पनि सां
शीश मुकुट और कानन कुंडल
सां – – – / सां नि प – / म प नि सां / रें नि सां –
16 Matras Taan
वन वन ढूंडन जाऊँ
.निसा रेम पनि सां– / सांनि पम रेम रेसा / .निसा रेम पनि सांनि / निनि पम रेम रेसा
वन वन ढूंडन जाऊँ
.निसा रेरे सारे मम रेम पप मप निनि पनि सांसां पनि सांसां सांनि पम रेम रेसा
वन वन ढूंडन जाऊँ
.निसा रे.नि सारे .निसा / रेम परे मप रेम / पनि सांप निसां पनि / सांनि पम रेम रेसा
Click here for Raag parichay of all raags in Indian Classical music..
Vrindavani Sarang Raag Details
वृंदावनी राग की पकड़ क्या है ?
पकड :- .नि सा रे म रे , प म रे .नि सा ।
वृंदावनी राग का थाट कौन सा है ?
काफी थाट
वृंदावनी राग की जाति क्या है ?
जाति :- औडव – औडव (5,5 )
वृंदावनी राग के वादी संवादी स्वर कौन से हैं ?
वादी – संवादी स्वर :- रे – प
वृंदावनी राग का गायन समय कौन सा है ?
गायन समय – मध्यान काल
Vrindavani Sarang Raag Parichay Description notes Allap Taan in Indian classical music in hindi is described in this post .. Saraswati sangeet sadhana provides complete Indian classical music theory in easy method ..Click here For english information of this post ..
Some posts you may like this…