Kathak Preveshika Pratham Syllabus In Hindi
कथक
परीक्षा के अंक
पूर्णाक:75
न्यूनतम:26
क्रियात्मक:60
शास्त्र:15(मौखिक)
शास्त्र
- लय( बराबर, दुगुन, चौगुन), सम, मात्रा, ताली, खाली, गत निकास, ततकार, तोड़ा, गत पलटा तथा बाँट इन शब्दों की परिभाषा व्यक्त करना।
- ताल-लिपि के चिन्हों को पहचानना।
- दादरा तथा कहरवा तालों की जानकारी।
- पाँच वर्तमान कथक गुरूओं के नाम।
- अभिनव दर्पण के अनुसार निम्नलिखित असंयुक्त हस्त मुद्रायें तथा उनका प्रयोग। (1) पताका, (2) त्रिपताका,(3) अर्धपताका,(4) कर्तरिमुख, (5) मयूर, (6) अर्धचंद्र,(7) अराल, (8) शुकतुण्ड,(9) मुष्टि, और (10) शिखर।
क्रियात्मक
तीनताल:- रंगमंच प्रमाण1, ठाट2, सादा आमद 1, तोड़े6, चक्करदार तोड़े2, परन2.
गतनिकास
- सीधी गत, मटकी गत, बाँसुरी गत।
- ततकार की बराबर, दुगुन, चौगुन, तिहाई सहित।
- हाथ से ताल लगाते हुये सभी तोड़ो का अभ्यास।
- तीनताल के ठेकों को ताल सहित ठाह, दुगुन, चौगुन में पढ़ना।
- तीनताल में चार ततकार के बाँट। कहरवा या दादरा ताल में एक अभिनय गीत जिसके बोल मुखाग्र हो।
अ० भा० गांधर्व मण्डल, मुम्बई , कथक नृत्य का प्रवेशिका – प्रथम वर्ष पाठ्यक्रम