Manipuri Nritya Visharad Part 1 Syllabus
मणिपुरी नृत्य
परीक्षा के अंक
पूर्णाक : १५०
शास्त्र – ५०
क्रियात्मक -१००
शास्त्र
- मणिपुरी नृत्य की उत्पति का इतिहास ।
- लाई हारोबा नृत्य का चरित्र वर्णन ।
- मणिपुरी रासलीला का पूर्ण ज्ञान ।
- अचोवा भंगी पराग, खरम्ब परांग, वृन्दावन परांग, गोष्टभंगी परांग की विस्तारपूर्वक जानकारी ।
- संयुक्त तथा असंयुक्त हस्त मुद्रा एवं इनकी उपयोगिता ।
- नव रस का ज्ञान तथा नृत्य में इनकी उपयोगिता ।
- अभिनय, इसके विभिन्न प्रकार तथा मणिपुरी नृत्य में इसका स्थान नायक तथा नायिका भेदों का सविस्तार ज्ञान ।
- निबन्ध-क : नृत्य तथा शिल्पकला, ख : नृत्य शिक्षण की उपयोगिता ग : जीवन में नृत्य की उपयोगिता, घ : नृत्य और धर्म, ड: मणीपुरी रास लीला की उत्पत्ति एवं विकास, च: मणीपुरी नृत्य में प्राचीन भारतीय संस्कृति की झलक ।
- परिभाषा-स्वरमाला, चतुरंग, कीर्तन, प्रबन्ध नृत्य, करताल चोलम
- मणीपुरी नृत्य की रंगभूषा व वेशभूषा का ज्ञान ।
क्रियात्मक
- मणिपुरी नृत्य शैली में रास लीला का प्रदर्शन ।
- ‘कबुई नागा नृत्य का क्रियात्मक ज्ञान ।
- कृष्णरास, बसन्तरास, महारास, कुजरास, नृत्य रास का प्रदर्शन ।
- अचोवा भंगी परांग की सम्पूर्ण जानकारी ।
- कवि जयदेव, चन्डी दास तथा विद्यापति पदावलि अनुयायी मणिपुरी नृत्य का प्रदर्शन ।
- गोष्ट भंगी अथवा गोष्टलीला प्रथम दस भाग ।
- मुद्राओं का क्रियात्मक ज्ञान ।
- असंयुक्त हस्त मुद्राओं का क्रियात्मक ज्ञान
- लाईहरोवा एवं पुंग चोलम का क्रियात्मक ज्ञान ।
- निम्नलिखित का क्रियात्मक ज्ञान: – स्वरमाला, चतुरग, कीर्ति, प्रबन्ध नृत्य करताल चोलम ।
- निम्नलिखित नृत्य करने की क्षमता-बसंत का अभिसार, महारास एवं कुजरास।
- नागा नृत्य के विभिन्न प्रकारों का उनके परिचय सहित प्रर्दशन करने की क्षमता ।
- टिप्पणी-पूर्व वर्षो का पाठयक्रम संयुक्त रहेगा ।