Creative Nritya Bhushan Part 2 Syllabus
सृजन नृत्य
परीक्षा के अंक
पूर्णांक : १५०
शास्त्र- ५०
क्रियात्मक – १००
शास्त्र मौखिक
- तालों को विलम्बित, मध्य एवं द्रुत लयकारी में लिखने का ज्ञान भरतनाट्यम् नृत्य के विभिन्न घरानों का ज्ञान ।
- सृजन नृत्य में क्या उच्चांग नृत्य का प्रयोग होता है ?
- भारत में समस्त शास्त्रीय नृत्यों में प्रयोग होने वाले वाद्य यन्त्रों का वर्णन ।
- तीवरा एवं रूपकड़ा ताल का परिचय ।
- जीवनी – पानूपाल और शम्भू भट्टाचार्य जी ।
क्रियात्मक
- प्रतिदिन कार्यो से सम्बन्धित छन्दों पर नृत्य करने की क्षमता । भरतनाट्यम में आडुवों का एक (1) से लेकर तेईस (23) तक का क्रियात्मक ज्ञान ।
- झूमर नृत्य ।
- रविन्द्र संगीत की एक बंदिश झपताल मे निबद्ध ।
- रामायण की किसी घटना के ऊपर एकल (Solo) नृत्य करने की क्षमता ।
- किसी आधुनिक संगीतकार के गीत पर नृत्य करने का अभ्यास जीवनदास द्वारा रचित रूपसी बंगला ।
- कवि नजरूल की ‘जाति’ वन्दना पर आधारित नृत्य का प्रदर्शन
- टिप्पणी : – पूर्व वर्षो का पाठयक्रम संयुक्त रहेगा ।