Creative Nritya Bhaskar Part 1 Syllabus In Hindi Pracheen Kala Kendra

5/5 - (1 vote)

Creative Nritya Bhaskar Part 1 Syllabus

सृजन नृत्य

परीक्षा के अंक

पूर्णाक : 400

प्रथम प्रश्न पत्र – 100

द्वितीय प्रश्न पत्र – 100

क्रियात्मक – 125

मंच प्रदर्शन-75

शास्त्र

प्रथम प्रश्न पत्र
  • मानव समाज में नृत्य और संगीत का योगदान ।
  • भारतीय नृत्य का इतिहास ।
  • लोक नृत्य एंव शास्त्रीय नृत्य का तुलनात्मक ज्ञान । भारतीय रंगमंच का इतिहास
  • ताल की उत्पत्ति तथा नृत्य और ताल में सम्बन्ध ।
  • भगवान श्री विष्णु के दशावतारों का सृजनात्मक नृत्य  में प्रदर्शन।
  • विभिन्न संस्कृतियों में सृजन नृत्य का प्रदर्शन होता है या नहीं का ज्ञान ।
  • लोक संस्कृति में जात पात और धर्म की भूमिका का आलोचनात्मक ज्ञान ।
द्वितीय प्रश्न पत्र
  • सृजनात्मक नृत्य  में क्या मुद्राओं का प्रयोग होता है ?
  • तुलना करें-बैले – आपेरा,नृत्य नाट्य, धमाल -टुसु,नर्त्तक- नर्त्तकी ।
  • सृजन नृत्यकार को किस 2 विषय का ज्ञान होना आवश्यक है ?
  • टिप्पणी लिखें- गीति नाट्य, व्रतकथा, मुखाभिनय, जात्रा ।
  • गायन और वादन का परस्पर सम्बन्ध तथा इनका नृत्य के साथ सम्बन्ध ।
  • नृत्य तथा अन्य ललित कलाओं का सम्बन्ध
  • सुलताल, रूपकड़ा, तीवरा ताल का सम्पूर्ण परिचय विभिन्न लयकारियों सहित ।
  • जीवनी:- गुरु केलूचरण महापात्रा, मंजु श्री चाकी सरकार |

क्रियात्मक

नृत्यों की परस्पर तुलना करें ।

  1. बाधा दिले बादवे लड़ाई – अमार प्रतिवादरे भाषा ।
  2. सार्थक जन्म अमार – धन्य अमी जन्में छलाम ।
  3. छेडा कथा ढाका सरीर – अफ्रीका नृत्य रूप ।
  4. रवीन्द्र नृत्य नाट्य में नायक नायिका की एंव अन्य चरित्रों के विषय में आलोचना
  5. संगीत या जन्म संगीत में तिल्लाना तथा तराना ।
  6. लालन फकीर के देहदन्त गीत में नृत्य रूप ।
  7. किसी हास्य रचना पर नृत्य करने की क्षमता ।
  8. किन्हीं विशेष उत्सवों पर नृत्य जैसे : वाजलो तुमार आलोर वेपू शंखे
  9. निम्नलिखित कविताओं का नृत्य रूप का वर्णन
  10. ‘नोचिकेता’ का वृद्धा आश्रम
  11. मण्णाडे का ‘फुटबाल’ ।
  12. सुकान्त भट्टाचार्य जी का छारपत्र ।
  13. रवीन्द्रनाथ ठाकुर का होली खेला ।
  14. चिलकार – सकाल
  15. शंख घोष का – यमुना वति
  16. सुभाष मुखोपाध्याय ­ मिछीलेमुख
  17. किसी भी कहानी की तथ्यपूर्ण परिकल्पना
  18. नोट – परीक्षार्थी को 30 मिनट का मंच प्रर्दशन करना होगा ।
  19. टिप्पणी : – पूर्व वर्षो का पाठयक्रम संयुक्त रहेगा ।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
Scroll to Top