Bhav Sangeet Bhaskar Final Syllabus In Hindi Pracheen Kala Kendra

5/5 - (1 vote)

Bhav Sangeet Bhaskar Final Syllabus

भाव संगीत

परीक्षा के अंक

पूर्णाक : ४००

द्वितीय प्रश्न पत्र – १००

क्रियात्मक – १२५

शास्त्र- २००

प्रश्न पत्र – १००

मंच प्रदर्शन- ७५

 शास्त्र

प्रथम प्रश्न पत्र
  • पूर्व वर्षो के पाठ्यक्रम में निर्धारित सभी पारिभाषिक शब्दों का ज्ञान।
  • गीत के प्रकारों का परिचय- समूह गान, बिरहा, प्रादेशिक लोक गीत, चैती और झुमुर ।
  • ढोलक, खोल और तबला वाद्यों का पूर्ण परिचय और गायन में उनकी उपयोगिता
  • मूर्छना और आधुनिक थाटों की तुलना ।
  • टप्पा गायकी का पूर्ण परिचय।
  • होली, भजन और गीत में अंतर ।
  • मानव जीवन में संगीत का महत्व।
  • वैदिक और पौराणिक संगीत ।
  • संगीत के सनातन भाव।
  • भारत में संगीत की प्रगति।
द्वितीय प्रश्न पत्र

क्रियात्मक

  • निम्नलिखित रागों में छोटा ख्याल गाना आवश्यक है:- बरवा, जंगला, बंगाल भैरव, देव गंधार, सूर मल्हार और रागेश्री ।
  • राग मिश्र शिवरंजनी में भजन और राग मिश्र खमाज में ठुमरी गाना आवश्यक है।
  • टप्पा और कीर्तन गायन की पूर्ण जानकारी ।
  • किसी राग में एक ध्रुपद दुगुन, आड़ी और बिआड़ी लयकारियों के साथ गाना अनिवार्य है।
  • निम्नलिखित गीत गाने का अभ्यास:-

(क) बंग भाषा भाषियों के लिए -मीरा भजन (दो), ब्रह्मानन्द

भजन (दो), प्रादेशिक लोक गीत (दो), चैती (दो), दादरा (दो),गजल(दो), रामदास पदावली (दो), रवीन्द्र संगीत (दो)

(ख) अन्य भाषा भाषियों के लिए-मीरा भजन (दो), सूरदास भजन(दो), कजरी (दो), ठुमरी (दो), गजल (दो), कबीर भजन (दो), गीत (दो)।

  • निम्नलिखित रागों में केवल राग स्वरूप प्रदर्शन की क्षमता गाने की आवश्यकता नही) शिवमत भैरव, चांदनी केदार, काफी कान्हड़ा और बसन्त बहार ।
  • गजझम्मा और शिखर तालों का ज्ञान, तथा इन तालों में गीत, भजन और गजल की स्वर रचना करने की क्षमता, बोलों को हाथ पर ताली-खाली दिखलाकर बोलने का अभ्यास।
  • तानपुरे के साथ गाना अनिवार्य ।
  • टिप्पणी- पूर्व वर्षो का पाठ्यक्रम संयुक्त रहेगा।

मंच प्रदर्शन-

  • परीक्षार्थी के लिए 45 मिनट तक प्रभावशाली मंच प्रदर्शन।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
Scroll to Top